मुख्यमंत्री की जांच के आदेश के बाद डर कर कब्जा धारी पुलिस के दीवान मैं मंदिर प्रांगण से दो पेड़ कटवाए सबूत मिटाने का षड्यंत्र पुलिस ने उस को धर दबोचा

आर डी शुक्ला द्वारा   महा महानगर थाना क्षेत्र स्थित रहीम नगर मोहल्ले में सैकड़ों साल पुराने भोलेनाथ मंदिर की जमीन भू माफियाओं द्वारा कब्जा करने के संबंध में एक शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के पास 5 सितंबर को उनके शिकायत विभाग में दर्ज कराई गई थी उसके बाद यह जांच महानगर थाने को सौंपी गई फिर इस जांच को महानगर थाने की चौकी रहीम नगर के इंचार्ज परवेज ने शुरू की उन्होंने शिकायतकर्ता को बताया कि उन्होंने लेखपाल को बुलाया है उससे क्षेत्र के जमीन का विवरण निकलवा कर विस्तृत जांच की जाएगी इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ में कुछ लिख कर भी भेजा लेकिन अभी तक कोई निर्णायक कार्य वहां पर नहीं हुआ इसी बीच आज दिनांक 17 सितंबर को मंदिर के कब्जे वाले स्थान पर कथित रूप से रह रहे एक पुलिस के दीवाने आज बरसों पुराने पेड़ों को कटवाना शुरू कर दिया जिससे कि वहां स्थित वटवृक्ष पीपल पर और जो पेड़ उसने कटवाए उनका बरसों पुराना रिकॉर्ड जांच में उनकी अवैध कब्जे दारी साबित कर रहा था आप उपरोक्त चित्र में स्पष्ट देख सकते हैं कि किस तरह एक पुरानााा शीशम   का पेड़ काटा जा रहा है इसी बीच वहां के क्षेत्री लोगों ने 100 नंबर डायल करके पुलिस बुला ली और रंगे हाथ पुलिस के दीवान की हरकत पकड़ी गई इसके बाद इस घटना कीी पूरी जानकारी इंस्पेक्टर महानगर को दी गई उन्होंने व्यक्तिगत स्तर पर मामले की जांच शुरूू करने की बात कही यही नहीं लगातार 1 सप्ताह से शिकायतकर्ताा को मुख्यमंत्री जी के यहां से टेलीफोन द्वारा जांच के संबंध में बताया जा रहा है आज भी वहांं से फोन आया था और इस पेड़ काटे जानेेेेेेेेेे और सबूत मिटाए   जाने की जानकारी वहां दी गई लाखों रुपए कीमत के यह पेड़ 50 वर्ष पुराने हैं इन पेड़ों को काटने का उद्देश  मात्र वहांं से मंदिर का सबूत मिटाना है क्षेत्रीय दरोगा ने शिकायतकर्ताा से कहां था कि केवल पेड़ से मंदिर साबित नहीं हो जाता लेकिन यह आश्चर्य्य्य्य की बात है की 50 फीट ऊंचे मंदिर के सामने और पीछे इतने सबूत हैं सैकड़ों साल पुरानाा कुआं बना हुआ है बट वृक्ष है पीपल का पेड़ है हजारों लोगों की गवाही है कि लोग वहां पर शादी व्याह करतेे थे बरगदहीी के दिन और त्योहारों पर वहां सैकड़ों हजारों आदमी एकत्र होकर पूजाा करते वहां कोई सबूूूूत और गवाहों की कमी नहीं फिर यह दरोगा उलटी बातें क्यों कर रहे हैं लगता है यह जांच ठीक से नहीं करना चाहते या तो गलत लोगों की से मिल गए इसीलिए आज जनता ने इंस्पेक्टर महानगर से जांच करनेे को कहां आप सोचें जिस मंदिििर की जमीन  की जांच मुख्यमंत्री यहां सेे 5 सितंबर से वहां यह अचानक पेड़ काटने का काम पुलिस के दीवाने कैसे शुरू करा दिया और अगर इतनी हिम्मत कर रहा है वह व्यक्ति तो निश्चित तौर पर उसको  बहुत बड़ा सपोर्ट मिल गया है और वैसेे भी वह पुलिस में दीवान है और और रहीम नगर चौकी से सांठगांठ उसकी पहले सेे है उसकेेेेेेेे ऊपर मुदमा भी वहां से दर्ज हुआ है अब अगर मुख्यमंत्री के यहां से भी न्याय ना हुआ तो क्षेत्रीय जनता अपनेेेेे स्तर पर एक बड़ा आंदोलन शुरू करने का मन बना चुकी है यहांंं तक तय हो चुकाा है की मुख्यमंत्री से भेंट कर उन्हें पूरी जानकारी देकर  आमरण अनशन भी शुरू किया जाएगा अभी जमीन का अंतिम फैसला इन भू माफियाओंं के खिलाफ होना निश्चित हो चुका है और यह लोग अपने को फंसता देख कर तड़प रहेे हैं इनको जेल जाना निश्चित है और भी तमाम चीजेंंं यहां खुलने वाली है