लखनऊ पुलिस को शाबाशी

आर डी शुक्ला द्वारा


आज रात करीब 12:01 बजे के बीच परिवर्तन स्थल गोमती नदी के पुल पर अचानक सैकड़ों पुलिस की गाड़ियां जो कि गश्त कर रहे थे उनको वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने वहां पर बुला लिया उसमें मोटरसाइकिल पर गश्त करने वाले पुलिसकर्मी भी थे अचानक से पुलिस का एक भारी जमावड़ा परिवर्तन स्थल से लेकर एलडीए और लोहिया मार्ग पर लग गया यहां तक कि सिपाही से लेकर पुलिस अधीक्षक तक वहां पर पहुंच गया अचानक इतनी बड़ी संख्या में पुलिस पुल पर आकर खड़ी हो गई बस उसके बाद वहां उपस्थित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैथानी ने माइक पकड़ा और अपनी पुलिस को शाबाशी देनी शुरू कर दी और यह जरूरी भी था इतना बड़ा राम जन्मभूमि पर ऐतिहासिक आया फैसला कार्तिक पूर्णिमा और गुरु नानक देव के जन्मदिन को शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने वाली पुलिस की जितनी सराहना की जाए वो कम है साथ ही साथ राम जन्मभूमि पर लखनऊ के पुलिस का जो सौहार्दपूर्ण रोल था वह बहुत ही सराहनीय था लेकिन मजे की बात पुल पर यह देखने को मिली कि अचानक चार और गश्त कर रहे पुलिस वालों को वहां बुला लिया गया ऐसा लग रहा था कि जैसे वहां कोई बड़ी घटना हो गई है मैं भी रात को वहां पहुंच गया क्योंकि वह पत्रकार वार्ता तो हो नहीं रही थी या वहां सवाल जवाब तो हो नहीं सकता था केवल एक शाबाशी समारोह हो रहा था यहां पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पिछले 15 दिनों से जबरदस्त ढंग से गश्त कर रहे अपने पुलिसकर्मियों की पीठ थपथपा ने के लिए उनको अचानक एकत्र कर लिया गया था या यूं कहिए बुला लिया गया था इसलिए वहां वहां पुलिस के अलावा कोई भी खड़ा नहीं था मैं भी दूर से देख रहा था कि बड़े ही सौहार्दपूर्ण ढंग से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को सराहनीय कार्य करने के लिए खूब सराहा और सराहना भी चाहिए मुझे तो बहुत अच्छा लगा कि पुलिस को पिछले 15 दिनों में इतनी जबरदस्त मेहनत करनी पड़ी सभी धर्मों के लोगों को अपने साथ लेकर जिस प्रकार से पुलिस ने एक सुंदर माहौल बनाया जिससे गंगा जमुनी तहजीब बना साबित हो गई और किसी प्रकार की कोई अपनी घटना नहीं होने पाई इसके परिणाम स्वरूप लखनऊ ही नहीं पूरा उत्तर प्रदेश शांतिपूर्ण ढंग से सारे मामले निपटा लिया अब आप सोचें यह वही पुलिस है जिसको उल्टा सीधा कहने में नहीं चूकते उसी पुलिस ने सब से मिलकर सौहार्दपूर्ण वातावरण तैयार किया और कितने प्यार से इतने बड़े मामलों को शांति से निपटा दिया आप सोच सकते हैं कि यह वही पुलिस है जिसको आप रात दिन गालियां बकते हैं आज अगर यह पुलिस इस तरीके से अपना रोल अदा ना करती तो हमारे देश प्रदेश में क्या दशा होती इसकी आप अच्छी तरह कल्पना कर सकते हैं इसीलिए कहा जाता है कि यह अपनी पुलिस है अपने ही लोग हैं लेकिन यह खाकी वर्दी पहने हुए हैं अनुशासित हैं इनको आप चाहे जो कह लेते हैं चाहे जो सजा दिलवा देते हैं यह सह लेते हैं लेकिन जब समाज की शांति व्यवस्था खतरे में आने को होती है तो यही सीना तान कर आप को बचाने के लिए आपके जान की रखवाली के लिए आपके माल की रखवाली के लिए दीवार बनके आपके सामने खड़े हो जाते हैं रात 1:00 बजे जिस तरीके से पुल पर इन पुलिसकर्मियों को बुलाकर इनके वरिष्ठ अधिकारी इनको शाबाशी दे रहे थे मेरा दिल यह सीन देखकर बहुत प्रफुल्लित हो गया एक बार मन हुआ कि जब मैं अचानक ऐसे समय पहुंच गया हूं तो कुछ इन से बातचीत कर लूं कुछ ज्यादा फोटो खींचकर इनका प्रचार करूं लेकिन अति उत्साह में मैं कुछ ना कर सका वैसे भी मैं पूरी तरह पुलिस समर्थक हूं और हमेशा रहा हूं और रहूंगा उसका यही कारण है जो आज पिछले 15 दिन से आप देख रहे हैं हर धर्म के लोगों को समझा समझा कर इतने बड़े ग रम माहौल को पानी की तरह ठंडा कर दिया यह हमारी पुलिस का ही कमाल है आप लोगों से  इतना निवेदन है इसी प्रकार अगर आप हमेशा अपनी पुलिस को समझते रहें और उसको कार्य करने दें तो शायद अपराध आधा होने में भी ज्यादा समय नहीं लगेगा अभी पिछले 15 दिनों में जितना गर्म माहौल आप सबको देखने को मिला उसको ठंडा करने में पुलिस को कितनी मेहनत करनी पड़ी और तो और उनके मुखिया डीजीपी ओपी सिंह गृह सचिव अविनाश अवस्थी आदि लोगों ने जिस तरह मेहनत की जिसकी बदौलत आज हम शांतिपूर्ण माहौल में इतने बड़े राम मंदिर फैसले को देख पाए और किसी वर्ग और धर्म के लोगों ने एक नारा तक नहीं लगाया उसका प्रमुख कारण यह भी है कि हमारे देश के नेता नरेंद्र मोदी और प्रदेश के नेता योगी आदित्यनाथ जी ने जिस प्रकार जनता को उत्तेजित ना होने और फैसले को नम्रता से लेने  का आवाहन कर दिया था उसको पब्लिक ने जिस तरह से स्वीकार किया यह आजादी के बाद पहली बार देखने को मिला किसी व्यक्ति ने यहां तक कहें एक व्यक्ति ने भी कोई नारा नहीं लगाया किसी प्रकार का उत्तेजक कार्य नहीं किया और अपने नेताओं का इस तरह सम्मान किया यह देखने लायक था मोदी जी और योगी जी का सम्मान सबसे बड़ा यही था कि उनके कह के अनुसार जनता ने उनके आदेश का पूरा पालन किया अपने प्रदेश को देश में तमाम धर्म और विचार के लोग हैं लेकिन सभी ने एकमत होकर शांति को प्राथमिकता दी और देश और प्रदेश का सौहार्द बिगाड़ने वालों की कोशिश को इस तरह धूल चटाई कि भविष्य में अब वे शांति भंग करने की कभी कोशिश नहीं करेंगे जब तक हमारे नेता मोदी और योगी हैं इसीलिए आज रात की सड़क पर पुलिस को दी गई शाबाशी मामूली नहीं थी अगर देखा जाए तो जो खुशी हमने पुलिस वालों के चेहरे पर देखी ऐसी शायद पहले कभी नहीं देखी जितने आराम से वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने कनिष्ठ कर्मचारियों को रात के अंधेरे में शाबाशी प्रदान की और उनका उत्साहवर्धन किया वह देखने वाला था और शायद हमको यह सौभाग्यऊपर वाले की इच्छा से मिला वरना मैं हृदय रोग का मरीज रात 12:01 बजे पुल पर पहुंचता कैसे मैं आप सब से विनम्र निवेदन करता हूं आप अपनी पुलिस पर भरोसा रखें अपने प्रशासनिक अधिकारियों का सम्मान करें अपने योगी महाराज को शांतिपूर्ण ढंग से काम करने दे तो शायद प्रदेश और देश की दशा बदलने में ज्यादा समय नहीं लगेगा हमको आज रात की इस शाबाशी कार्यक्रम को देखकर ऐसा ही लगता है जय हिंद  आपका आरडी शुक्ला वरिष्ठ पत्रकार पूर्व सभासद और अधिवक्ता सभी को प्रणाम